सोमवार, अक्तूबर 29, 2012

पार्क में क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन भी खेलने का शौक रख्ता हूं....
शाम का समय हो और आदि पार्क न जाएं...ऐसा भला हो सकता है। बैट और गेंद थामे हुए आदित्य।
ये तस्वीर आदित्य को बेहद ही पसंद है।
ये हैं आदि के पापा....लेटे हुए आदि को याद कर रहे हैं।
आदि कुछ अलग अंदाज में...पता नहीं किस सोच में डूबा है।